Saturday, February 4, 2012

shiv ka dhanush

विद्यालय में आ गए इंस्पेक्टर स्कूल
छठी क्लास में पढ़ रह विद्यार्थी हरफूल
 विद्यार्थी हरफूल प्रश्न उससे कर बैठे
किसने तोडा शिव का धनुष बताओ बेटे
छात्र सिटपिटा गया बिचारा धीरज छोड़ा
हाथ जोड़ कर बोला सर मैंने न तोडा

उत्तर सुनकर आ गया सर के सर को ताव
फ़ौरन बुलवाए गए हेडमास्टर साव
 हेडमास्टर साव पढाते हो क्या इनको
किसने तोडा धनुष नहीं मालूम है जिनको
 हेडमास्टर फिर भन्नाया फिर तोडा किसने
झूठ बोलता है जरूर तोडा है इसने

इंस्पेक्टर अब क्या कहे मन ही मन मुस्कात
आफिस में जाकर हुई मैनेजर से बात
 मैनेजर से बात छात्र में जितनी भी है
उससे ज्यादा बुद्धि हेडमास्टर जी कि है
मैनेजर बोला जी हम चंदा करवा लेंगे
नया धनुष उससे भी अच्छा बनवा देंगे

शिक्षा मंत्री तक गए जब उनके जज्बात
माननीय गदगद हुए बहुत खुशी की बात
 बहुत खुशी की बात धन्य हैं ऐसे बच्चे
अध्यापक मैंनेजर भी हैं कितने सच्चे
कह दो उनसे चंदा कुछ ज्यादा करवा लेना
जो बैलेंस बचे बो हमको भिजवा दें .........